केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी को लेकर संसद से सड़क तक हंगामा देखने को मिला। हालांकि विपक्षी दलों के बंद को को सफलता नहीं मिली। छिटपुट असर जरूर कहीं कहीं दिखाई दिया। नोटबंदी के मुद्दे पर विपक्ष ने लोकसभा में अपना हंगामा जारी रखा जिसके कारण सदन में लगातार आठवें दिन भी कोई कामकाज नहीं हो पाया।
दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी को लेकर आज भी राज्यसभा में सत्ता पक्ष तथा विपक्ष में ठनी रही और हंगामे के कारण लगातार आठवें दिन कोई कामकाज नहीं हो सका तथा तीन बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
नोटबंदी के खिलाफ आक्रोश दिवस मना रहे विपक्षी दलों के सदस्यों ने आज यहा संसद भवन परिसर में एकजुट होकर जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। लोकसभा की कार्यवाही प्रश्नकाल के दौरान जैसे ही स्थगित हुई तो विपक्षी दलों के सदस्य एकत्रित होकर सदन के बाहर निकले और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष पहुंच गए जहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में इन सदस्यों ने नारे लिखे कागज हाथ में लेकर नोटबंदी करने के मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। दूसरी ओर गृहमंत्री राजनाथसिंह ने कहा कि सरकार नोटबंदी के मुददे पर चर्चा को तैयार है साथ मोदी भी इस मुद्दे पर सदन में अपना बयान देंगे।
दिल्ली में ही विपक्षी दलों ने नोटबंदी के खिलाफ प्रदर्शन किया जिससे कई इलाकों में यातायात जाम हो गया। माकपा और भाकपा सहित सभी वामपंथी दलों ने नोटबंदी के खिलाफ मंडी हाउस से जंतर-मंतर तक जुलूस निकाला। प्रदर्शन के कारण जंतर मंतर की तरफ जाने वाली सड़कों पर यातायात जाम हो गया। जिस तरीके से नोटबंदी लागू की गयी उसके खिलाफ कांग्रेस ‘जन आक्रोश दिवस’ मना रही है। कांग्रेस की एनएसयूआई शाखा ने रायसीना रोड से संसद तक विरोध मार्च की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिसकर्मियों ने इलाके में बैरीकेडिंग कर दी और उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि केंद्र के निर्णय से लोगों को दिक्कतें हो रही हैं।